आओ हमसब हिंदी में कंप्यूटर सीखे
कंप्यूटर की शुरुआती खोज और विकास यूरोप एवं अमेरिका जैसे अंग्रेजी भाषी देशों में हुआ इसलिय कंप्यूटर जगत पर अंग्रेजी भाषा का एक छत्र राज रहा है, अब कंप्यूटर केवल अंग्रेजी भाषा तक सिमित नहीं रहा, अपितु दुनिया के कई भाषाओँ में भी रमने लगा है| आज यह भारत सहित दुनिया के अनेकानेक देशों तक अपनी पहुँच बना चुका है हमारी यही कोशिश है की हर हिंदी भाषी कंप्यूटर से परिचित हो एवं उसके कार्यप्रणाली को भलीभांति समझ सके|
कंप्यूटर से परिचय
कंप्यूटर के पास अपना स्वयं का कोई दिमाग या चेतना नहीं होता है|कंप्युटर कल पुर्जो से बना हुआ एक मशीन मात्र है|
कंप्यूटर को कार्यशील बनाने के लिए उसके कलपुर्जो के अलावा उसमें एक विशेष प्रकार के संदेश अर्थार्त
सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है|किसी उपकरण को कैसे कार्य में लाना है उसकी जानकारी सॉफ्टवेयरके अन्दर पहले से ही स्थापित की हुई होती है|इसे
चलाने के लिए एक विशेष तरह के सोफ्टवेअर की आवश्यकता होती है जो प्रोसेसर,
मदर बोर्ड, रैम हार्डडिस्क, फ्लोपी ड्राइव, सीडी रोम और अन्य सभी पार्ट्स
के बिच तालमेल बनाकर कंप्यूटर को आत्मसार करता है, अर्थात कंप्यूटर को जीवन
प्रदान करता है। इस बिशेष सोफ्टवेअर को सिस्टम सोफ्टवेअर / ऑपरेटिंग
सिस्टम (os) कहा जाता है। यह पूरी प्रक्रिया एक चर्नबध तरीके से है।
1. इनपुट (input) कुंजीपटल (kee bord) के द्वारा कंप्यूटर में तथ्य भरने का कार्य होता है।
2. प्रोसेसिंग (Proccessing) cpu के द्वारा होता है।
3. आउट पुट (out put) cpu के द्वारा प्रोसेसिंग की गई प्रक्रिया को डीस्प्ले यानि स्क्रीन पर या प्रिन्टर पर प्रदर्शन करना।
4. संरक्षण (storeg) सभी प्रक्रिया को परखने पर संरक्षित करना होता है।
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